श्री श्यामनिशानोत्सव में धूम-धाम से हुआ संकीर्तन एवं शोभायात्रा

लखनऊ में हो रहे श्री श्याम निशानोत्सव से पूरा तिलक नगर ऐशबाग खाटू नगरी के समान प्रतीत हो रहा था। हजारों श्याम भक्तां स खचाखच भरा हुआ पाण्डाल, स्वणिम रोशनी से चमचमाता अद्भुत भव्य नक्काशीदार, मोटे रत्न जड़ित खम्भों से सुसज्जित दरबार और बीच में विराजे बाबा श्याम अनायास ही सभी को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। मीडिया प्रभारी अनुपम मित्तल ने बताया कि श्री श्याम ज्योत मण्डल द्वारा श्री श्याम निशानोत्सव तथा खाटू धाम यात्रा का प्रारम्भ शनिवार शाम महाराजा अग्रसेन पार्क,तिलक नगर में किया गया। सर्वप्रथम बाबा की आलौकिक ज्योत प्रज्जवलित की गई तत्पश्चात मण्डल के सदस्यों एवं संरक्षकों  द्वारा बाबा की स्वागत आरती की गई। इसके बाद मण्डल के सदस्यों एवं राजश्री म्युजिकल ग्रुप द्वारा गणेश वन्दना, हनुमान वन्दना, गुरू वन्दना, शिव वन्दना, माँ भगवती वन्दना तथा ज्योत वन्दना की गई। पूरा पाण्डाल हार के सहारे की जय, तीन बाणधारी की जय के जयकार में गूंज उठा। ऐसा प्रतीत हो रहा था किमाना श्याम बाबा खाटू जी स्वयं चलकर अपने भक्तों को दर्शन देने लखनऊ के तिलक नगर में आ गये हों। मण्डल के अध्यक्ष श्रवण अग्रवाल ने बताया कि बाबा का दरबार गिनीज बुक आफ वल्ड रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा चुके लखनऊ के आसिम जी द्वारा बनाया गया है। बीकानेर से पधारे प्रवेश शर्मा जी ने भी भक्तों को खूब रिझाया। भजन सुनकर सभी भक्त नाचने गाने लग गये। पूरे कार्यकरम के दौरान सभी भक्तों को बाबा का प्रसाद वितरित हो रहा था। भव्य रात्रि  में सभी भक्तों के साथ कुन्तलों फूलों से फूलों की होली खेली गई। सभी भक्त - “मंदिर में जा छिप हो छिप हो, नीयत है क्या तुम्हारी,' ले करके आ गये हैं, हम रंग भरी पिचकारी।” जैस भजन बाबा को सुनाकर अपने को धन्य महसूस कर रहे थे। तत्पश्चात बाबा की महाआरती के बाद सभी भक्तों को बाबा के छप्पन भोग वितरित किया गया। मण्डल के मुकेश अग्रवाल ने बताया कि आने वाली 13 अप्रैल को  कन्याओं का सामूहिक विवाह महाराजा अगसन विद्यालय में किया जायेगा। मण्डल के श्री अशोक अग्रवाल ने बताया कि महाराजा अग्रसेन पार्क, तिलक नगर से बाबा की सतरंगी शोभायात्रा फाल्गुन की मस्ती में घोड़े, ऊँट, बग्गी में सुन्दर झांकियों के साथ रामनगर, शास्त्री नगर, रकाबगंज, पाण्डेयगंज, रानीगंज, न्यू गनेशगंज, नाका हिण्डोला होते हुए चारबाग हनुमान मन्दिर तक जायेगी। इसमें सभी भक्त अपने निशान को लहराते हुए श्याम नाम की मस्ती में चलेंगे तथा बहुत ही सुन्दर रूप में बाबा श्याम विराजेंगे।