लॉकडाउन में लोगों का सहारा बने गीता परिवार व श्रीदुर्गाजी मंदिर













लखनऊ। कोविड-19 के कारण पूरे देशभर में पूर्ण लॉकडाउन किया गया। उस समय लाखों गरीब, रोजमर्रा का काम करने वाले कारीगर, मजदूर बंधुओं का काम धंधा छिन जाने के कारण समस्या उत्पन्न हो गई। उनके सामने दो वक्त का भोजन जुटाने में असमर्थ हो गए जिसको देखते हुए गीता परिवार और श्री दुर्गा जी मंदिर धर्म जागरण एवं सेवा समिति शास्त्री नगर के सौजन्य से गरीब, वंचित, मजदूरों जरूरतमंदों और  बेजुबान पशुओं के लिए भोजन, फल, चारा की व्यवस्था की गई। अतः लॉकडाउन के द्वितीय दिवस से ही निरन्तर आपदां अन्न सेवा आरंभ की गई। 61 दिवसीय  आपदा अन्न सेवा 23 मार्च से 22 मई तक लगभग 401500 भोजन पैकेट, 110000 पानी  पाउच व बोतल, 2100 राशन किट, 30000 चाय,  30000 बिस्किट्स पैकेट, 30000,  नमकीन पैकेटों का वितरण कार्य हमारे डेढ़ सौ कार्यकर्ताओं व सेवादारों द्वारा किया गया। शुक्रवार को 61 दिवसीय आपदा अन्न सेवा महायज्ञ संपन्न हुआ | 

                                                                  इसके अन्तर्गत नग़र के लगभग 50 चिन्हित स्थानों पर ज़रूरतमंदों, प्रवासी मजदूर बंधुओं को भोजन और पुलिस, डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मी बन्धुओं को प्रसादी सेवा व पुलिस बन्धु रात्रि 12 से 3 बजे तक चाय जालपान सेवा, सुदूर जरूरतमंदों को राशन किट वितरण तथा प्रवासी मजदूरों के लिए भी लखनऊ आगरा एक्सप्रेसवे, शहीद पथ, चारबाग रेलवे स्टेशन,  शकुंतला देवी महाविद्यालय पर विशेष सेवा के तहत भोजन वितरण का कार्य किया गया लगभग 35000 प्रवासी मजदूर बंधुओं को भरपेट भोजन कराया गया तथा प्रतिदिन 1000 पुलिस, स्वास्थ्य कर्मियों को भोजन तथा रात्रि में 12:00 से 3:00 चाय चाय जलपान का वितरण किया गया।