हाथरस की बेटी के साथ हुई दरिन्दगी पर आरक्षण समर्थकों में गुस्सा।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति ने हाथरस की बेटी को दी श्रद्धांजलि और किया ऐलान दोषियों को कठोरतम सजा दिलाने के लिये व्यापक पैरवी हेतु वकीलों के पैनल को करेंगे आर्थिक मदद।
संघर्ष समिति ने बाबा साहब पे बैक टू सोसाइटी के तहत आंशिक रूप से रू0 50 हजार की आर्थिक मदद पीड़ित परिवार को देने का किया ऐलान कहा जल्द ही एक प्रतिनिधि मण्डल जायेगा बेटी के घर।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति,उ0प्र0 संयोजक मण्डल की आज हाथरस की बेटी के साथ हुई दरिंदगी के मुद्दे पर एक आपात बैठक हुई, जिसमें आरक्षण समर्थकों ने समाज की बेटी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उसे भावभीनी श्रद्धांजलि दी। पूरे प्रदेष में इस घटना से जहां आरक्षण समर्थकों में भारी गुस्सा है वहीं पूरे समाज में शोक की लहर है। आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति संयोजक मण्डल ने यह संकल्प लिया है कि बाबा साहब पे बैक टू सोसाइटी के तहत दोषियों को कठोरतम सजा दिलाने के लिये हाथरस की बेटी के परिवार को विधिक पैरवी हेतु आर्थिक मदद की जायेगी। फिलहाल संयोजक मण्डल ने हाथरस की बेटी के परिवार को रू0 50 हजार आंषिक मदद देने का ऐलान किया है। बहुत जल्द ही संघर्ष समिति का प्रतिनिधि मण्डल समाज की बेटी के घर जाकर उसे आर्थिक मदद के साथ सांत्वना व्यक्त करेगा।
आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उ0प्र0 के संयोजकों अवधेश कुमार वर्मा, डा0 रामषब्द जैसवारा, आर0पी0 केन, अनिल कुमार, श्यामलाल, अजय कुमार, एस0पी0 सिंह, अन्जनी कुमार, महेन्द्र सिंह, लेखराम, एच0पी0 कौशल, राम नरायन, राजेश पासवान ने उ0प्र0 सरकार से यह मांग की है कि हाथरस की बेटी के साथ दरिंदगी करने वालों को कठोरतम सजा दिलाने के लिये सरकार उचित कदम उठाते हुए पीड़ित परिवार को समुचित आर्थिक मदद भी प्रदान करे। जिस प्रकार से दरिन्दों ने इस घटना को अंजाम दिया है इससे पूरे प्रदेष के आरक्षण समर्थकों व दलित समाज में काफी आक्रोष व्याप्त है, इस प्रकार की घटना भविष्य में न हो इसके लिये सरकार उचित कदम उठाये।