यही है सच्ची समाज सेवा



आज बात  करने जा रहे हैं एक ऐसी सक्सियत की जिनका नाम रक्तदान के क्षेत्र में बड़े ही सम्मान से लिया जाता है, जी हां हम बात रहे है लखनऊ शहर के रक्त योद्धा मनीष अग्रवाल जी के बारे में जो कि लखनऊ के व्यवसायी के साथ साथ एक समाजसेवी भी हैं।
अब तक 54 बार रक्तदान के साथ साथ प्लेटलेट्स व करोना काल में जहां लोग अस्पतालों में जाने से कतरा रहे थे व अपने ही अपनों की मदद के लिए आगे नहीं आ रहे थे वहीं मनीष जी ने न सिर्फ रक्तदान किया व करोना काल में प्लाज्मा डोनेट किया।
मनीष जी को रक्तदान के क्षेत्र में तमाम संस्थाओं व सरकारी व निजी अस्पतालों द्वारा सम्मानित किया जा चुका है व उत्तरप्रदेश के तत्कालीन उपुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा जी द्वारा भी सम्मानित किया जा चुका है।
मनीष जी से बातचीत के दौरान उन्होंने एक किस्सा बताया कि एक बार करवाचौथ का दिन था व व्रत खोलने के समय ही उनके पास एक जरूरतमंद व्यक्ति की पत्नी का फोन आया कि उनके पति को कि बरेली से आए हैं व केजीएमयू में भर्ती हैं उन्हें तत्काल रक्त की आवश्यकता है अब मनीष जी की स्थिति ऐसी थी कि एक तरफ उनकी पत्नी को व्रत खोलना है और दूसरी तरफ उस बीमार व्यक्ति को तत्काल रक्त दान करना है बड़ी असमंजसता के साथ यह बात मनीष जी ने अपनी पत्नी को बताई तब उनकी पत्नी ने बड़े ही सहज भाव से कहा कि पहले आप रक्तदान करके किसी दूसरे के सुहाग की रक्षा कर आइए व आपके आने के बाद मै व्रत खोल लूंगी।
ऐसे कई किस्से हैं जिन सबका उल्लेख करना संभव नहीं है। बस मनीष जी का इतना ही कहना है कि लोग ज्यादा से ज्यादा जागरूक हों जिससे रक्त के अभाव में किसी की मृत्यु न हो।

हम अपने अखबार की तरफ से आज विश्व रक्तदाता दिवस के अवसर पर मनीष जी को साधुवाद देते हैं व उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करते हैं।