एक बंधन जो अनोखा है ,
इसमें ना कोई गैर ना कोई धोखा है ,
एक रिश्ता जो प्यारा है ,
इसमें वह तुम्हारा सबसे अच्छा यारा है,
चोट लगे उसको तो दर्द तुम्हें भी होता है,
तंग करने का एक दूसरे को बस चाहिए होता मौका है, खुशियों में भी साथ होते हैं,
बुखार में जब जागती बहन है तो भाई भी नहीं सोते हैं , तकलीफ बांटने को हमेशा तैयार होते हैं ,
इस रिश्ते में किसी का प्यार ना कम ज्यादा है ,
राखी का धागा इस प्यार को उम्र भर निभाने का वादा है| प्रियांशी बाजपेई ,नवयुग कन्या विद्यालय स्नातक